इसलाम ने मानव जाति को दो हिस्सों मे बाँट रक्खा है । मात्र अल्लाह की पूजा करने वाले मोमिन हैं। अल्लाह के अतिरिक्त अन्य देवता की पूजा करने वाले काफ़िर हैं। इसी प्रकार वह धरती जिस पर अल्लाह का शासन नही है दार उल हरब है। काफ़िर व दार उल हरब को समाप्त करना जिहाद है। यह मुसलमान की संस्कृति है। इसी प्रकार जो ईसा को राजा स्वीकार न करे उसे क़त्ल करने की बाइबिल, लूका १९:२७ मे स्वयम् ईसा की आज्ञा है। भारतीय संविधान का अनुच्छेद २९(१) हर मुसलमान व हर ईसाई को अपनी जिहाद व मिशन संस्कृति को बनाए रखने का असीमित मौलिक अधिकार देता है। जज व सांसद संविधान मे आस्था व निष्ठा की शपथ लेते हैं और प्रेसिडेंट व राज्यपाल संविधान रक्षा की. आप विचार करें कि कौन जीवित बचेगा?
अप्रति
Friday, April 27, 2007
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